मुजफ्फरपुर जिले के मीनापुर थाना क्षेत्र के नेउरा बाजार के समीप हुए लूट के दौरान गोलीबारी कांड मामले पुलिस ने शूटर समेत दो अपराधकर्मी को गिरफ्तार किया है। जिसके पास एक पिस्टल, कारतूस और बाइक बरामद किया गया। पुलिस के पूछताछ के गिरफ्तार शूटर ने घटना में
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घटना में शामिल दो अन्य अपराधकर्मी गिरफ्तारी को लेकर ताबड़तोड़ छापेमारी चल रही है। ग्रामीण एसपी विद्या सागर ने बताया कि 26 अगस्त को मीनापुर के नेउरा में चार अपराधकर्मी के द्वारा लूट के दौरान विरोध करने पर गोली फायरिंग की थी। जिसमें एक व्यक्ति की मौत और एक व्यक्ति घायल हो गया था। गिरफ्तार युवक की पहचान बिट्टू सहनी और धर्मेंद्र साहनी दोनों अहियापुर थाना क्षेत्र के झपहां डीह के रहने वाला है।
वाहन जांच अभियान क्र क्रम में गिरफ़्तारी
घटन के बाद पुलिस की टीम मामले की जांच में जुट गई थी। इस दौरान पुलिस ने अपराधियों की पहचान कर ली। जिसके गिरफ्तारी टीम नेपाल, दिल्ली समेत दर्जनों जगह पर छापेमारी की थी। आज शाम में विश्वकर्मा चौक के समीप मीनापुर थाना प्रभारी के नेतृत्व में वाहन जांच अभियान चलाया गया था।
इस दौरान एक बाइक पर सवार दो व्यक्ति को संदिग्ध स्थिति में देखा गया। पुलिस टीम ने उससे पूछताछ शुरू किया। इस क्रम में एक युवक के कमर से एक पिस्टल और दूसरे युवक के पॉकेट से दो कारतूस बरामद किया गया।
फरार चल रहे अपराधी की तलाश
गिरफ्तार हुए बदमाशों को मीनापुर थाना लाया गया। दोनों से पूछताछ में पुलिस टीम को पता चला कि कई लूटपाट और आपराधिक मामला दर्ज है। नेउरा में हुए घटना में भी उनकी संलिप्त सामने आई है। पुलिस अनुसंधान में गिरफ्तार युवक के दो अन्य लोगो का नाम सामने आया था।
घटना में शामिल दो अन्य अपराधकर्मी की तलाश पुलिस कर रही है। जल्द ही इन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा। फरार चल रहे अपराधकर्मी लखींद्र नेपाल का रहने वाला है। नेपाल में ndpc मामले में भी एक साल से फरार चल रहा है।
क्या है पूरा मामला
बता दें कि जिले के मीनापुर थाना क्षेत्र के नेउरा में 26 अगस्त शनिवार की शाम साढ़े छह बजे थोक किराना दुकान में घुस कर अपराधियों ने गोलियां बरसाईं। गोलीबारी में काउंटर पर बैठे नीरज व नंदलाल साह जख्मी हो गए। जबकि बचाव में सड़क के दूसरे किनारे से पहुंचे नीरज के चाचा विजय को भी अपराधियों ने गोली मार दी।
दुकान के अंदर, गेट व बाहर में चार खोखा बरामद किया गया। तीनों जख्मी को लेकर लोग एसकेएमसीएच पहुंचे। एसकेएमसीएच में व्यवस्था नहीं होने पर हंगामा करते हुए निजी नर्सिंग होम में तीनों को भर्ती कराया गया है। बड़ी साजिश और अदावत में इस घटना को अंजाम देने की बात सामने आ रही है। काउंटर से दो-तीन लाख कैश भी लूट लिए गया था। पटना में इलाज के दौरान विजय की मौत हो गई थी।