आरोपी अमन कुमार की फाइल फोटो।
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तमिलनाडु में एक बिहारी की हत्या और एक आत्महत्या बताई जा रही मौत की खबर में सोमवार को राज्य सरकार का कड़ा रुख सामने आया। अमन नाम के जमुई निवासी एक युवक को आर्थिक अपराध इकाई (EOU) ने फर्जी वीडियो वायरल करने के आरोप में गिरफ्तार किया है। अमन पर आरोप है कि उसने आत्महत्या को हत्या बताकर वीडियो को वायरल किया। यह कार्रवाई उस समय की गई है, जब जमुई, पटना, भागलपुर समेत कई जगहों पर तमिलनाडु से बिहारी मजदूर वापस लौटकर बता रहे हैं कि उन्हें छेक-रोक कर बिहार लौटने को कहा जा रहा है।
आर्थिक अपराध इकाई ने किया गिरफ्तार
तमिलनाडु में एक बिहारी की हत्या और आत्महत्या बताई जा रही मौत की खबर को छोड़ सारी खबरें फर्जी निकलीं। हत्या वाली खबर पर पुलिस ने अभी कुछ नहीं कहा है। आत्महत्या वाली मौत की खबर को बिहार पुलिस ने भी हैदराबाद पुलिस की तर्ज पर आत्महत्या करार दिया है। आत्महत्या बताई जा रही मौत को परिजन भी हत्या कह रहे थे, लेकिन अब उसी केस में अमन नाम के नए किरदार को रविवार की रात आर्थिक अपराध इकाई ने गिरफ्तार किया।
30 में से 4 वीडियो की अबतक जांच हुई
एडीजी जी. एस. गंगवार ने सोमवार को बताया कि अप्रवासी बिहारियों के हमले से संबंधित 30 वीडियो में से चार भ्रामक और उकसाने वाला वीडियो मिला। जमुई निवासी अमन ने पूर्व की घटनाओं को ताजा घटनाओं से जोड़कर वीडियो बनाकर अपलोड किया था। उसने आत्महत्या को हत्या बताया। चार को इस केस में नामजद किया गया है। उनमें जमुई के लक्ष्मीपुर निवासी मनोज रविवास के बेटे अमन कुमार को गिरफ्तार किया गया है। उसके मोबाइल की बरामदगी के बाद कई और जानकारी मिल रही है। बाकी 26 वीडियो की जांच की जा रही है। उसके अलावा, आरा निवासी एक अन्य अभियुक्त के खिलाफ कार्रवाई कर रही है। वह नारायणपुर कांड का फरार अपराधी है। उसने सारण के मुबारकपुर कांड के भी उकसाने और भड़काने वाला वीडियो शेयर किया था।