मासूम की मौत के बाद रोते-बिलखते परिजन।
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सीवान में 10 साल के मासूम की मौत पर अस्पताल में परिजनों ने जमकर हंगामा किया। परिजनों का आरोप है कि डॉक्टर की लापरवाही के कारण मासूम की मौत हुई है। इतना ही नहीं जब डॉक्टर के पास शिकायत करने गए तो उसके स्टाफ ने बेरहमी से पीट दिया। वहीं डॉक्टर का कहना है कि लापरवाही का आरोप बेबुनियाद है। मरीज को बेहतर इलाज के लिए हायर सेंटर रेफर कर दिया गया था लेकिन वह नहीं गए।
डॉक्टर ने पैर के ऑपरेशन किया
घटना महादेवा ओपी क्षेत्र के स्थित हड्डी विशेषज्ञ डॉ. रामा जी चौधरी के क्लीनिक की है। परिजनों का आरोप है कि गोपालगंज के नारायणपुर गांव अनीश कुमार (10) के परिजनों ने उसे पैर टूटने पर इलाज के लिए भर्ती कराया था। डॉक्टर ने पैर का ऑपरेशन किया लेकिन उसे होश नहीं आया। डॉक्टर से शिकायत की तो कहा कि मैं उसको ठीक करके दूंगा। इसके बावजूद मासूम की मौत हो गई। डॉक्टर से इसकी शिकायत की और मुआवजे की मांग करने लगे तो उसे स्टाफ ने बेरहमी से पीट दिया।
मरीज को होश नहीं आ रहा था
चाचा बिट्टू कुमार ने बताया कि उसके पैर टूटा हुआ था। इसका इलाज के लिए हमलोग डॉ. रामा जी चौधरी के पास लाए। उन्होंने इलाज किया उसके बाद मरीज को होश नहीं आया। हमलोगों ने जब कहा कि मरीज को होश नहीं आ रहा है। उन्होंने कहा कि सिर में भी चोट लगी है। उसका सिटी स्कैन करा लीजिए। पहले उन्होंने सीटी स्कैन भी किया था। इसका रिपोर्ट नहीं दिया था सिर्फ सीटी स्कैन की फिल्म दी थी। उसके बाद मरीज की मौत हो गई।
सिर में चोट लगने से ब्लड जम गया
मामले पर डॉ. रामा जी चौधरी ने बताया कि पैर टूटने की शिकायत पर हमारे इलाज के लिए लाए थे। मैंने इलाज कर दिया और बताया कि मरीज के सिर में भी चोट लगी है। इसका सीटी स्कैन कराइए। मैंने बेहतर इलाज के लिए हायर सेंटर रेफर कर दिया। मरीज के परिजनों ने बताया कि हमलोग गरीब हैं। इसके बाद मैंने ऑपरेशन किया तो बच्चा ठीक था। वह बिस्किट खा रहा था। सिर में चोट लगने से ब्लड जमने से उसकी मौत हो गई है। इस मामले में महादेवा ओपी थाना प्रभारी कुंदन कुमार ने बताया कि मरीज की मौत मामले में परिजनों ने डॉक्टर रामा जी चौधरी के यहां हंगामा किया था। समझा-बुझाकर मामले को शांत कराया गया है। मामले में आगे की कार्रवाई की जा रही है। रेफर कर दिया गया था। बच्चे के सिर में चोट लगी थी। सिर के अंदर ब्लड जमने से उसकी मौत हो गई।