पटना में प्रवीण तोगड़िया से अमर उजाला की विशेष बातचीत।
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राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) प्रमुख मोहन भागवत के ग्रंथों की समीक्षा वाले बयान पर हिंदुवादी नेता प्रवीण तोगड़िया ने कहा कि यह बहुत ही दु:खद है कि कोई ग्रंथों की समीक्षा की बात कहता है। ग्रंथ तो स्वयं भगवान ने ही लिखे थे। फिर इसकी समीक्षा कैसे की जा सकती है! क्या मुसलमान के किसी ग्रंथों की समीक्षा की बात अब तक किसी ने कही है। अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद् के संस्थापक अध्यक्ष तोगड़िया ने कहा- “संघ प्रमुख का यह बयान आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर दिया हुआ प्रतीत होता है। मैं भी संघ में काफी वर्षों तक रहा हूं, लेकिन आज तक किसी ने ऐसी बात नहीं कही। इस तरह का बयान आपत्तिजनक है। इसकी जितनी भी निंदा की जाए कम है।”