प्रदर्शन करते पारा मेडिकल के विद्यार्थी
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बिहार के सहरसा में बुधवार 10 मई को अपनी मांगों को लेकर पारा मेडिकल के विद्यार्थियों ने सदर अस्पताल की ओपीडी में तालाबंदी कर प्रदर्शन किया। इस दौरान वे दो घंटे तक ओपीडी सेवा को बाधित कर धरने पर बैठ गए। पारा मेडिकल कॉलेजों में शिक्षकों की कमी दूर करने, पैड राशि 15,00 रुपये ससमय भुगतान करने और विद्यार्थियों के लिए हॉस्टल की व्यवस्था करने आदि की मांगों को लेकर प्रदर्शन किया गया। विद्यार्थियों ने सदर अस्पताल की ओपीडी के गेट पर धरने पर बैठ कर जमकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।
पारा मेडिकल छात्र संघ के उपाध्यक्ष सौरभ कुमार ने कहा कि हमारी स्वास्थ्य मंत्री से मुख्य पांच-छह मांगें थीं। पारा मेडिकल काउंसिल का गठन किया जाए, पैड राशि 15,00 रुपये प्रतिमाह दिए जाएं, वो भी नहीं दिए गए हैं। बार-बार स्वास्थ्य मंत्री के पास जाने के बावजूद हम सभी की बातों को नजरंदाज किया जा रहा है। इसलिए हम लोग आज धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। बिहार पारा मेडिकल छात्र संघ के अध्यक्ष भारत भूषण के आह्वाहन पर एक से डेढ़ घंटे के लिए ओपीडी सेवा बंद की गई थी। अगर मांगें पूरी नहीं होती हैं तो ये बंदी आगे सात दिन या फिर महीनों भर बंद किया जा सकता है। आज दो घंटे के लिए बंद किया गया है। अभी हम लोग हॉस्पिटल घूमते हुए सिविल सर्जन कार्यालय के पास धरना प्रदर्शन करेंगे।
पारा मेडिकल छात्र संघ के अध्यक्ष रोहित कुमार ने कहा कि हम लोग की छोटी-छोटी मांगें थी जो पूरी नहीं हुईं। हमारे यहां पुस्तकालय है, लेकिन पढ़ने के लिए उसमें पुस्तकें नहीं है। हमारे यहां लायब्रेरी है, लेकिन उसमें समान नहीं है तो अगर मेडिकल के विद्यार्थी प्रयोग नहीं कर पाएं तो किस तरह मरीजों का इलाज होगा। इसलिए प्रदर्शन करना जरूरी था, जहां-जहां भी पारा मेडिकल कॉलेज हैं वहां-वहां से ये मांगें उठती हैं। वहां से स्वास्थ्य मंत्री और मुख्यमंत्री तक बातें जाती हैं, लेकिन उनके द्वारा सिवा मौखिक आश्वासन के सिवा आज तक कुछ नहीं मिला। कई बार आवेदन देने के बाद हम लोग आज प्रदर्शन पर उतरे। सहरसा पारा मेडिकल कॉलेज में दो ट्रेड हैं। उनमें एक आर्थोपेडिक टेक्नीशियन और एक ओटी असिस्टेंट है। कुल संख्या 120 है, नामांकित विद्यार्थी 94 हैं।