जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा।
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जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने राष्ट्रीय लोक जनता दल (RLJD) के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा पर तंज कसा है। शनिवार को मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि जिस नेता ने नौ बार अदला-बदली की और नीतीश जी की वजह से ही उनकी पहचान है जो उन्हें नहीं भूलना चाहिए। आज वह पुराने दिन भूलकर जदयू के बारे में कुछ भी बोल रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि उपेंद्र कुशवाहा ने नीतीश कुमार के साथ विश्वासघात किय। जिन्होंने राजनीति में उन्हें पहचान देने का काम किया। उन्होंने जदयू के लाखों कार्यकर्ताओं और समर्थकों को लज्जित और अपमानित किया।
किस विरासत को बचाने की बात कर रहे हैं?
यह पहली बार नहीं जब उमेश कुशवाहा ने उपेंद्र कुशवाहा पर निशाना साधा है। उन्होंने इससे पहले भी उमेश कुशवाहा ने कहा था कि नीतीश कुमार ने समाजवाद की जिस विरासत को नई ऊंचाई और नया आयाम दिया उसे अपनी व्यक्तिवादी सोच से धूमिल और कमजोर करने की कोशिश कर उपेंद्र कुशवाहा किस विरासत को बचाने की बात कर रहे हैं? उन्होंने सवाल पूछा था कि क्या साम्प्रदायिक शक्तियों के हाथों की कठपुतली बनकर वे गंगा-जमुनी विरासत को बचा पाएंगे।
गरीबों के खिलाफ बड़ी साजिश
प्रदेश अध्यक्ष ने मोदी सरकार पर भी जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि पिछड़ा एवं अति पिछड़ा वर्ग के छात्रों की छात्रवृत्ति बंद कर केंद्र सरकार ने इन बच्चों को शिक्षा से वंचित करने का षडयंत्र रचने के साथ ही अपने पिछड़ा-अति पिछड़ा विरोधी रवैया को एक बार फिर से उजागर किया है। यह गरीबों के खिलाफ बड़ी साजिश है। पिछले 8-9 वर्षों से केंद्र सरकार द्वारा लगातार अति पिछड़ा समाज के अधिकार पर हमला किया जा रहा है। अति पिछड़ा समाज के बच्चों का शिक्षा से दूर रखने का नया तरीका केंद्र ने निकाला है। जदयू अति पिछड़ा समाज के हक के साथ हो रहे खिलवाड़ को बर्दाश्त नहीं करेगी। आज से ही जन आंदोलन और लोगों को जागृत करने की शुरुआत कर दी गई। बिहार प्रदेश के सभी जिला मुख्यालय में पार्टी कार्यकर्ता द्वारा केंद्र सरकार का पुतला दहन किया गया है।