भारी मात्रा में जब्त की गईं अवैध लकड़ियां
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बिहार के दरभंगा से बड़ी खबर है जहां कई आरा मिलों में वन विभाग की टीम ने बड़ी कार्रवाई कर लाखों की अवैध लकड़ी बरामद की है। वहीं, जब्त लकड़ी की कीमत खुले बाजार में 50 लाख से ज्यादा बताई जा रही है। लेकिन अधिकारियों ने सरकारी दर में कीमत साढ़े पांच लाख बताई है। स्थानीय मझौलिया पंचायत की मुखिया ममता देवी के पति पूनम झा पर अधिकारियों को शक है। साथ ही उसके आरा मिल पर छापेमारी की, जिसमें अवैध लकड़ी भी पाई गई है।
यह छापेमारी दरभंगा के मझौलिया पंचायत के देवीपुर में की गई, जहां एक आम के बगीचे में भारी मात्रा में लकड़ी उतारी जा रही थी। वन विभाग की इस छापेमारी से लकड़ी के अवैध कारोबारियों में हड़कंप मच गया है। वन विभाग की छापेमारी में खुद DFO रुचि कुमारी के आलावा रेंजर शशि प्रकाश शामिल थे। तत्काल अवैध लकड़ी के आलावा ट्रक को जब्त कर आगे की कार्रवाई की जा रही है। साथ ही वन विभाग की टीम लकड़ी मांगने वाले अवैध कारोबारी की तालाश में भी जुट गई है।
बताया जा रहा है कि लकड़ी हरियाणा से लाई जा रही थी, जिसे मुजफ्फरपर पहुंचाना था। लेकिन किस कारण से यह अवैध लकड़ी दरभंगा पहुंच गई, इसकी जानकारी फिलहाल किसी के पास नहीं है। तत्काल अवैध लकड़ी लाने वाले ट्रक चालक को हिरासत में लेकर वन विभाग की टीम पूछताछ कर रही है।
संदेह के आधार पर इलाके की कुछ आरा मिलों पर भी छापेमारी की गई है। वहीं, अधिकारियों ने बताया कि लकड़ी मिलने के बाद मझौलिया पंचायत की मुखिया ममता देवी के पति पूनम झा की होरलपट्टी स्थित आरा मिल और मझौलिया गांव के सुरेश ठाकुर की भागीरथा स्थित आरा मिल में छापेमारी की गई। इस दौरान दोनों आरा मिलों पर हरियाणा से अवैध टीपी (ट्रांजिट परमिशन) पर लाई गई लकड़ी बरामद की गई है। लकड़ी उतरवाने आए सुरेश ठाकुर भी स्थानीय मुखिया पति पूनम झा के कहने पर लकड़ी उतारने की बात कह रहे हैं।
गलत टीपी बनाकर अवैध लकड़ियों को लाया जा रहा
DFO रुचि कुमारी ने बताया कि सूचना मिली थी कि गलत टीपी बनाकर अवैध लकड़ियों को लाया जा रहा है। बाकी इन लकड़ियों की जांच की जा रही है कि इन्हें कहां से मंगवाया जा रहा है। इनके पास जो रसीद है, वह मात्र चार लाख पचास हजार रुपये की है। चालक को गिरफ्तार किया गया है। जबकि लकड़ियों की वास्तविक बाजार मूल्य की भी जांच की जा रही है। कई और आरा मिलों पर भी छापेमारी की गई है, वहां से भी लकड़ियां बरामद की गई हैं।
यह बड़े स्तर पर स्मगलिंग का मामला
दरभंगा वन विभाग के रेंज ऑफिसर शशि प्रकाश ने बताया कि ये लकड़ी हरियाणा से चलीं और मथुरा होते हुए बिहार के मुजफ्फरपुर भेजनी थी, लेकिन इसे दरभंगा लाई गईं। इन्हें गोलिया टिम्बर पर गिरानी थी। ट्रांजिट एक्ट को नजरअंदाज किया गया है। यह बड़े स्तर पर स्मगलिंग का मामला है।