मातोश्री में नीतीश कुमार और उद्धव ठाकरे।
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मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विपक्षी एकता को लेकर गुरुवार दोपहर मुंबई पहुंचे। वहां सबसे पहले वह मातोश्री गए। उनके साथ डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव भी है। यहां उन्होंने उद्धव ठाकरे से मुलाकात की। मीडिया से बातचीत करते हुए सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि हम चाहते है कि अधिक से अधिक विपक्षी पार्टियां एक साथ आए। एक मंच पर आए। किसी में कोई विवाद नहीं होना चाहिता। देश को एकजुट करना है और आगे बढ़ाना है। केंद्र सरकार इतिहास बदल रही है।
विपक्ष का चेहरा कौन होगा इस सवाल पर नीतीश कुमार ने कहा कि सबको एकजुट करना चाहते हैं लेकिन अपना कुछ नहीं चाहते हैं। सबलोग एकजुट होकर लड़ेंगे। आगामी लोकसभा चुनाव में जवाब देगी। वहीं उद्धव ठाकरे ने कहा कि जिन लोगों ने मेरी पार्टी से सबकुछ लिया और गद्दारी की मैं ऐसे लोगों के बारे में बात नहीं करना चाहता हूं। उन्होंने महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे पर निशाना साधते हुए कहा कि नैतिकता के आधार पर उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए।
9 मई को गए थे उड़ीसा, पर वहां विपक्षी एकता पर नहीं हुई थी बात
महाराष्ट्र दौरे से पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के ओडिशा दौरे पर गए थे। जाने से पहले कयास लगाया जा रहा था कि नीतीश कुमार यहां भी विपक्षी एकता को लेकर बात करने आए हैं। लेकिन सीएम नवीन पटनायक से मुलाकात के बाद सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि हमलोगों के बीच कोई राजनीतिक चर्चा नहीं हुई। मीडिया से बातचीत करते हुए नीतीश कुमार ने कहा था कि हमलोगों की पुरानी मित्रता है। हमलोगों ने सालों पहले एक साथ काम भी किया है। विपक्ष एकता को लेकर कोई आज कोई राजनीतिक बातचीत नहीं हुई है। पुरी में बिहार सरकार को बिहार भवन बनाने के लिए उड़ीसा सरकार मुफ्त जमीन दे रही है। इस मुलाकात के बाद 10 मई को सीएम नीतीश कुमार झारखंड गए। रांची में उन्होंने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से विपक्षी एकता पर बातचीत की।
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